छठे आईपी कॉन्क्लेव एंड इंटीलेक्चुअल प्रॉपर्टी टैलेंट सर्च एक्‍ज़ामिनेशन (आईपीटीएसई) अवॉर्ड्स में राष्ट्रीय विजेताओं को पुरस्कृत किया गया

छठे आईपी कॉन्क्लेव एंड इंटीलेक्चुअल प्रॉपर्टी टैलेंट सर्च एक्‍ज़ामिनेशन (आईपीटीएसई) अवॉर्ड्स में राष्ट्रीय विजेताओं को पुरस्कृत किया गया

नई दिल्ली, 6 दिसंबर, 2023: आईपी कॉन्क्लेव एंड इंटीलेक्चुअल प्रॉपर्टी टैलेंट सर्च एक्‍ज़ामिनेशन (आईपीटीएसई) अवॉर्ड्स का आयोजन किया गया। देश के सबसे बेहतर आईपी कार्यक्रम की अपनी विरासत को जारी रखते हुए इस कार्यक्रम का समापन आईपीटीएसई 2023 के विजेताओं के सम्मान के साथ हुआ। इन पुरस्कारों से पता चलता है कि देश में शिक्षा जगत के साथ-साथ उद्योग जगत में बौद्धिक संपदा का विकास हो रहा है।

अमिताभ कांत*, जी20 शेरपा, भारत सरकार और माननीय न्यायमूर्ति सी हरि शंकर, न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय, मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने स्टूडेंट्स को उनकी सफलता के लिए नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

आईपीटीएसई प्रतिभागियों को स्कूल, यूनिवर्सिटी, फैकल्टी और वर्किंग प्रोफेशनल के आधार पर स्थान दिया गया। आईपीटीएसई के 2023 संस्करण की स्कूल श्रेणी के टॉपर्स में गौर्स इंटरनेशनल स्कूल, ग्रेटर नोएडा के रागी शर्मा (रैंक 1), मॉडर्न इंग्लिश स्कूल, जेपोर, ओडिशा के अनुराग श्रीराम स्वारो (रैंक 2) और एवरेस्ट हायर सेकेंडरी स्कूल, भोपाल के हर्ष शर्मा (रैंक 3) शामिल हैं।

यूनिवर्सिटी श्रेणी में, तीन सर्वोच्च स्थान पाने वालों में दिल्ली विश्वविद्यालय के कृष्णांशु कपूर, मराठवाड़ा मित्र मंडल के शंकरराव चव्हाण लॉ कॉलेज, पुणे की ईशा परांडे और कमिंस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग फॉर वुमेन से प्राची मुधोलकर शामिल है। एक्रोपोलिस इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, इंदौर की आकांक्षा द्विवेदी और भुवनेश शर्मा क्रमशः फैकल्टी और वर्किंग प्रोफेशनल श्रेणियों में शीर्ष स्थान पर थे।

इस अवसर पर बात करते हुए, श्री अमिताभ कांत, जी20 शेरपा, भारत सरकार, ने कहा, “इनोवेशन 2047 तक 35 ट्रिलियन की अर्थव्‍यवस्‍था बनने के लिये भारत के विकास का महत्‍वपूर्ण घटक होगा। इंटे‍लेक्‍चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) राइट्स नए-नए आविष्‍कारों को बढ़ावा देने के लिये एक देश की योग्‍यता दिखाते हैं। पेटेन्‍ट फाइलिंग्‍स में लगने वाले समय को कम करने जैसे हमारे प्रयास अब यूनाइटेड स्‍टेट्स और जापान की तरह हो चुके हैं। दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों से आने वाले स्‍टार्टअप्‍स भी नवाचार कर सकते हैं, क्‍योंकि तकनीक का लाभ उठाने के लिए उनके पास बुनियादी ढांचा है और वे संपदा के निर्माण में
योगदान दे रहे हैं। आईपीटीएसई जैसी पहलें देश में आईपी राइट्स और प्रतिभा की खोज को बढ़ावा देती हैं और इसकी बहुत तारीफ होनी चाहिये।’’

जनरेटिव एआई और आईपी पर अपनी बात रखते हुए, दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय के माननीय न्‍यायाधीश जस्टिस सी. हरि शंकर ने कहा, ‘’एआई और आईपी साथ-साथ चलते हैं। अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर, न्‍याय के लिहाज से एआई और आईपी के इंटरैक्‍शन पर कोई निर्णायक कानूनी स्थिति नहीं है। एआई से जनरेट होने वाले कंटेन्‍ट की किस सीमा तक सुरक्षा हो और आईपी राइट्स की सुरक्षा में एआई का किस हद तक दखल रहेगा, ऐसे सभी मामले बहुत पेचीदा हो गये हैं। हमें देखना होगा कि वैश्विक और भारतीय न्‍यायशास्‍त्र  इस मामले में कैसे विकसित होता है।’’

हितैषी त्रिवेदी, डायरेक्टर, आईपीटीएसई (एक शैक्षिक अकादमी- इपेथिकॉन का एक वेंचर) का कहना है, “हम सरकार, नैसकॉम और एरिक्सन सहित हमारे उद्योग भागीदारों के शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने इस राष्ट्रीय आईपी परीक्षा के एक और संस्करण के सफल समापन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आईपी जैसे विषय में बढ़ती रुचि की वजह से आईपीटीएसई 2023 में स्टूडेंट्स, स्टार्ट-अप और युवा प्रोफेशनल्स की उत्साहजनकभागीदारी देखी गई। आईपीटीएसई एकेडमी भारत में नए-नए प्रयोग करने की व्यवस्था में योगदान करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है और आईपीआर के बारे में जागरूकता फैला रही है।”
सम्मेलन के दौरान, गैब्रिएल मोहस्लर, वाइस प्रेसिडेंट, पेटेंट विकास, एरिक्सन ने कहा, “भारत के होनहारों का ध्यान खींचने के लिए आईपीटीएसई की शुरूआत की गई थी। इससे देश की बौद्धिक संपदा के बारे में ज्यादा बेहतर जानकारी मिल पाती। इस सफर में बतौर भागीदार इस विषय के प्रति लोगों की रुचि देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। आईपीटीएसई जैसी पहल को आईपी के बारे में जागरूकता फैलाने और इसे मुख्यधारा में लाने के लिए की गई है। संवाद समाधान में अग्रणी होने की वजह से एरिक्सन, नवाचार क्षमता को बेहतर बनाने और भारत को एक नवाचार हब के रूप में बदलने के सरकार की सोच का समर्थन
करता है।”

आईपी टैलेंट सर्च एक्जाम के परिणामस्वरूप इन अवॉर्ड्स का आयोजन हर साल किया जाता है। इसे इपेथिकॉन एजुकेशनल अकादमी द्वारा आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन के साझेदार के रूप में नैसकॉम, लीगल आईपी फर्म, रेम्फ्री और सागर प्रमुख पार्टनर और एरिक्सन इस आयोजन के लिए इंडस्ट्री पार्टनर थे। इस पुरस्कार में कई शैक्षणिक संस्थानों, मंत्रालयों और सरकारी विभागों ने भाग लिया। आईपीटीएसई को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) और पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद का भी समर्थन प्राप्त है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के तहत आईपीआर संवर्धन और प्रबंधन सेल (सीआईपीएएम) ने ज्ञान भागीदार के रूप में अपना सहयोग दिया। साल 2018 में शुरू हुआ आईपीटीएसई, बौद्धिक संपदा अधिकारों पर आयोजित होने वाली पहली व्यापक परीक्षा है। इसका उद्देश्य युवा शिक्षार्थियो और पूर्वस्नातक विद्यार्थियों को पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, औद्योगिक डिजाइन और ट्रेड सीक्रेट के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना है। अपनी शुरूआत के बाद से, 13,000 से अधिक युवा उम्मीदवारों ने परीक्षा दी है। साथ ही 250 से अधिक स्वयंसेवक पूरे भारत में विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और नवप्रवर्तकों के बीच पाठ्यक्रम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। आईपीटीएसई, भारत की पहली और एकमात्र आईपी परीक्षा है जोकि उद्योग में सबसे बेहतर आईपीआर अभ्यासों को लाने और उन्हें लागू करने की जरूरत पर जोर दे रही है। इससे हमारे युवा आविष्कारकों और उद्यमियों को बल मिलेगा। साथ ही पूरे भारतवर्ष में नवाचारों और रचनात्मकता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।

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