टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कौशल उत्सव 2025 का समापन किया, भारत के कुशल कार्यबल के निर्माण के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कौशल उत्सव 2025 का समापन किया, भारत के कुशल कार्यबल के निर्माण के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

बैंगलोर, 30 अप्रैल 2025: भारत के कुशल कार्यबल के भविष्य को आकार देने के लिए अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज अपने बहुप्रतीक्षित कौशल उत्सव 2025 का आयोजन किया। बिदादी इकाई में आयोजित इस उत्सव में व्यावसायिक उत्कृष्टता, नवाचार और युवा सशक्तिकरण की भावना का सम्मान किया गया। यह कार्यक्रम भारत के भविष्य के लिए तैयार प्रतिभा पूल को पोषित करने के उद्देश्य से महीनों तक चले गहन कौशल विकास कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का समापन था।
समारोह में कर्नाटक सरकार के औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग (डीआईटीई) की आयुक्त डॉ. रागप्रिया आर (आईएएस) और टीकेएम के वरिष्ठ नेतृत्व की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत टीकेएम की कौशल विकास यात्रा के प्रदर्शन से हुई। इसमें प्रमुख उपलब्धियों या मील के पत्थर और भविष्य के लिए प्रतिभा को आकार देने के लिए नए जमाने की तकनीक को अपनाने पर प्रकाश डाला गया। एक समर्पित कौशल प्रदर्शनी और वीडियो वॉक-थ्रू ने टीकेएम की प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र के तहत पोषित प्रतिभा की गहराई और विविधता की झलकियाँ पेश कीं।
कर्नाटक भर के साझेदार आईटीआई के छात्रों ने भी मेक्ट्रोनिक्स, ऑटो बॉडी रिपेयर और प्रोटोटाइप मॉडलिंग जैसे विषयों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। इसके जरिये जमीनी स्तर से प्रतिभा को पोषित करने में टीकेएम के गहन निवेश पर जोर दिया गया।
टोयोटा इंडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस द्वारा आयोजित टोयोटा आंतरिक कौशल प्रतियोगिताओं के केंद्र में एक मजबूत प्लैटफॉर्म है जिसकी पेशकश एसोसिएट्स को की गई ताकि वे विनिर्माण के प्रमुख क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा कर सकें। इनमें असेंबली, वेल्डिंग, प्रेस, पेंट, रखरखाव, लॉजिस्टिक्स और गुणवत्ता सहित कई महत्वपूर्ण विनिर्माण क्षेत्र शामिल हैं। 5,800 प्रतिभागियों में से, प्रत्येक विभाग के शीर्ष तीन प्रदर्शनकर्ताओं ने टोयोटा की इन-हाउस स्किलिंग अकादमी गुरुकुल में चार सप्ताह का गहन प्रशिक्षण लिया। भव्य समारोह के दौरान कुल 51 फाइनलिस्ट को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। अगले तीन महीनों के दौरान उन्नत प्रशिक्षण और मूल्यांकन के बाद, 17 असाधारण प्रदर्शनकर्ताओं का चयन किया जाएगा जो अगस्त 2025 में वैश्विक कौशल प्रतियोगिता में टीकेएम का प्रतिनिधित्व करेंगे – जिससे भारतीय विनिर्माण प्रतिभाएं वैश्विक सुर्खियों में आ जाएंगी।
टोयोटा के सतत कौशल प्रयासों पर बोलते हुए, कर्नाटक सरकार के औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग (डीआईटीई) की आयुक्त डॉ. रागप्रिया आर (आईएएस) ने कहा, “युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल से सशक्त बनाना कर्नाटक के विकास और भारत के विकास की आधारशिला है। टीकेएम द्वारा आयोजित कौशल महोत्सव इस बात का एक सशक्त प्रदर्शन है कि उद्योग हमारे कार्यबल के भविष्य को आकार देने में किस तरह एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकता है। युवाओं को व्यावहारिक कौशल और वैश्विक अनुभव से लैस करके, टीकेएम न केवल सरकार के कुशल भारत के दृष्टिकोण का समर्थन कर रहा है, बल्कि पूरे कर्नाटक में समुदायों को सशक्त भी बना रहा है। मुझे खुशी है कि कौशल महोत्सव के माध्यम से संकाय और आईटीआई का विकास किया जा रहा है। मैं समावेशी, जमीनी स्तर पर संचालित विकास के लिए टोयोटा की प्रतिबद्धता और राज्य के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में उनकी निरंतर भागीदारी की सराहना करती हूँ।”
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में वित्त एवं प्रशासन के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री जी शंकर ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “टोयोटा में, उच्चतम गुणवत्ता वाली कारों के निर्माण के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता हमारे लोगों के जुनून और शिल्प कौशल में गहराई से निहित है – जिसे हम कोटोजुकुरी कहते हैं। यह मानते हुए कि विनिर्माण में उत्कृष्टता लोगों में उत्कृष्टता से शुरू होती है, हम कौशल और लोगों के विकास को अपने मिशन के मूल में रखते हैं। ग्रामीण युवाओं को पोषित करने और उन्हें विश्व स्तरीय तकनीकी दक्षताओं से लैस करने के केंद्रित प्रयासों के माध्यम से, हम देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में सार्थक योगदान करते हुए भविष्य के लिए तैयार पेशेवरों का निर्माण कर रहे हैं। कौशल महोत्सव जैसी पहल, आईटीआई को हमारा
समर्थन और उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रम एक आत्मनिर्भर, भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण के हमारे व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं – साथ ही वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत की यात्रा में भी योगदान करते हैं।”

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