निस्बड द्वारा मौजूदा उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए 4 स्थानों पर 3-दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन

निस्बड द्वारा मौजूदा उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए 4 स्थानों पर 3-दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन
 

  • कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का उद्देश्य मौजूदा उद्यमों के लिए व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाना है
  • छोटे व्यवसायों को डिजिटल रूप से कैसे बढ़ाया जाए, यह जानने के लिए मेटा ने डिजिटल मार्केटिंग पर मास्टरक्लास आयोजित की

 नई दिल्ली, 5 अक्टूबर 2023: भारत के युवाओं में उद्यमशीलता की भावना पैदा करने और बढ़ावा देने के उद्देश्य से, राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) ने 27 से 30 सितंबर 2023 के बीच व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए मौजूदा उद्यमों के लिए तीन दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित किया। कार्यक्रम को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में काम करने वाले स्किल एक्विजिशन एंड नॉलेज अवेयरनेस फॉर लाइवलीहुड प्रमोशन (संकल्प) कार्यक्रम द्वारा समर्थित किया गया था।

तीन दिवसीय कार्यक्रम में माइक्रो लैब, कैरेक्टरिस्टिक ऑफ एन एंटरप्रेन्योर, एंटरप्रेन्योर मोटिवेशन-सेल्फ एनालिसिस, क्रिएटिविटी, साइको-सोशल बिहेवियर एनालिसिस फॉर कॉन्फिडेंश बिल्डिंग; अंडरस्टैंडिंग रिस्क टेकिंग एंड गोल सेटिंग बिहेवियर फॉर एंटरप्राइज डेवलपमेंट, टाइप ऑफ इंटरप्राइज, एंटरप्रेन्योरशिप सपोर्ट इकोसिस्टम, प्रोसीजर एंड फॉर्मेलिटी ऑफ बैंक फाइनेंस; प्रिपरेशन ऑफ बिजनेस प्लान रेग्युलेटरी कम्पलायंस फॉर स्माल बिजनेस, एंटरप्रेन्योरल टैक्सेशन (जीएसटी), ऑनलाइन प्रोसेस ऑफ जीएसटी रजिस्ट्रेशन, एफएसएसएआई रजिस्ट्रेशन प्रोसेस, एंड जीइएम रजिस्ट्रेशन प्रोसेस जैसे विभिन्न विषयों पर 12 सेशन शामिल थे।

प्रोजेक्ट के एक भाग के रूप में, निस्बड 2 वर्ष की अवधि के लिए अपनी व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम को पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को मेंटरिंग एंड हैंडहोल्डिंग सर्विस भी प्रदान कर रहा है।

इस पहल की सराहना करते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव, श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, आज के तेजी से विकसित हो रहे बिजनेस लैंडस्केप में, छोटे पैमाने के उद्यमियों को आवश्यक कौशल से लैस करना न केवल एक आवश्यकता है बल्कि एक रणनीतिक अनिवार्यता है। इस तरह के कार्यक्रम प्रैक्टिकल इनसाइट्स और निरंतर सहयोग करते हैं, जिससे उद्यमियों को बड़े पैमाने पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जाता है, साथ ही भारत के आर्थिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के उनके सपनों को भी पूरा किया जा रहा है। ये कैपेसिटी- बिल्डिंग इनिशिएटिव आर्थिक सशक्तीकरण की आधारशिला हैं, जो व्यक्तियों को निरंतर विकसित हो रहे बिजनेस वर्ल्ड में सफल होने के लिए आवश्यक टूल्स प्रदान करती हैं, जिससे अंततः हमारे देश की उद्यमशीलता की भावना बढ़ती है और आर्थिक रूप से मजबूत होती है।”

इस कार्यक्रम के दौरान, मेटा ने मौजूदा और उभरते उद्यमियों की कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स प्रदान करने के लिए एक मास्टरक्लास का आयोजन किया। मास्टरक्लास एमएसडीई, निस्बड और मेटा के बीच तीन वर्षीय शिक्षा से उद्यमिता पहल का एक हिस्सा है। इस सहयोग के तहत निस्बड और मेटा का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में पांच लाख उद्यमियों को डिजिटल मार्केटिंग स्किल तक पहुंच प्रदान करना है।

साझेदारी कॉमन उद्यमों को सामूहिक रूप में एक साथ लाकर वैल्यू चेन डेवलपमेंट के विभिन्न पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगी क्योंकि अकाउंटिंग, मार्केटिंग, प्रोडक्शन, क्वालिटी मैनेजमेंट, डायवर्सिफिकेशन, टेक्नोलॉजी आदि जैसे विशेष आयामों में केंद्रित सहायता प्रदान करेगी।

इसके अतिरिक्त, स्टेकहोल्डर्स लाभार्थियों को ब्रांडिंग और डिजिटल मार्केटिंग में सहायता करेंगे, ई-मेंटरिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से हैंडहोल्डिंग सपोर्ट की सुविधा प्रदान करेंगे, बिजनेस डेवलपमेंट आइडिया और रणनीतियां प्रदान करेंगे।

2018 में लॉन्च किया गया, स्किल एक्विजिशन एंड नॉलेज अवेयरनेस फॉर लाइवलीहुड प्रमोशन (“संकल्प”) विश्व बैंक से ऋण सहायता के साथ एमएसडीई का एक कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य संस्थानों को मजबूत करके क्वालिटेटिव एंड क्वांटिटेटिव रूप से शॉर्ट टर्म स्किल ट्रेनिंग में सुधार करना, बेहतर मार्केट कनेक्टिविटी लाना और समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को शामिल करना है।

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