सैमसंग ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ में मथुरा के उन युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जो पानी और हवा के प्रदूषण से पर्यावरण को हो रही समस्याएं हल करना चाहते हैं
- यूथ ट्रैक की विजेता टीम ‘एनवायरनमेंट चैम्पियन’ को इनक्युबेशन के लिये 50 लाख रूपये का अनुदान मिलेगा
- जीएलए यूनिवर्सिटी में हुए आयोजन में विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया और अपने आइडियाज दिये
- सॉल्व फॉर टुमॉरो का लक्ष्य है दुनिया को ध्यान में रखकर नवाचार को बढ़ावा देना और सामाजिक चुनौतियों को हल करना
Lucknow: सैमसंग इंडिया ने मथुरा की जीएलए यूनिवर्सिटी में एक रोडशो का आयोजन किया। इस रोडशो में 100 से अधिक विद्यार्थियों ने ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ में भाग लेने की इच्छा जताई, ताकि विश्व की ज्वलंत समस्याओं को हल किया जा सके। सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो राष्ट्रीय स्तर की एक शैक्षणिक एवं नवाचार प्रतियोगिता है। इसका मकसद देश की अगली पीढ़ी के बीच अभिनव चिंतन एवं समस्या को हल करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करना।
विद्यार्थियों ने आगे आकर दुनिया की असल समस्याओं जैसे कि जल प्रदूषण और हवा की खराब गुणवत्ता को हल करने के लिये अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें सैमसंग के सॉल्व फॉर टुमॉरो जैसा एक मंच चाहिये, जो विचारों पर काम करने और लोगों का जीवन बदलने के लिये उन्हें मार्गदर्शन एवं सहयोग दे सके।
सरफेस मोटो के संस्थापक श्री सईद शाहबाज ने इस आयोजन में विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया। सरफेस मोटो पर्यावरण के प्रति सचेत एक स्टार्ट-अप है, जो छोटी दूरी के लिये माइक्रो ईवी बनाता है। सईद ने इलेक्ट्रिक परिवहन के क्षेत्र में बदलाव लाने वाला नवाचार करने का अपना अनुभव बताया। उन्होंने दुनिया की असल समस्याएं हल करने के लिये विद्यार्थियों को प्रोत्साहित भी किया कि वे अभिनव युक्तियों पर विचार करें।
सैमसंग ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाय) के स्टार्टअप हब और आईआईटी दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एण्ड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी) के साथ अपनी भागीदारी की घोषणा की थी। सॉल्व फॉर टुमॉरो के तीसरे सीजन के लिये भारत में यूनाइटेड नेशंस के साथ भी भागीदारी हुई है।
इस साल सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम ने दो अलग-अगल ट्रैक पेश किये- स्कूल ट्रैक और यूथ ट्रैक। हर ट्रैक एक विशेष विषय का समर्थन करता है और अलग-अलग आयु समूहों पर केन्द्रित है। दोनों ट्रैक साथ-साथ चलेंगे, ताकि सभी विद्यार्थियों के लिये समान अवसर और बराबरी के मौके सुनिश्चित हो सकें।
स्कूल ट्रैक 14 से 17 साल तक के विद्यार्थियों के लिये है और इसका थीम है ‘‘कम्युनिटी एण्ड इंक्लूजन’’। यह ट्रैक कम सुविधा-प्राप्त समूहों के उत्थान के महत्व पर जोर देता है। यह सामाजिक नवाचारों के माध्यम से स्वास्थ्य की सुलभता बढ़ाने और सभी के सामाजिक समावेश के लिये है और इस प्रकार ‘सॉल्विंग फॉर इंडिया’ है।
दूसरी ओर, यूथ ट्रैक 18 से 22 साल तक के लोगों के लिये है। इसका थीम है ‘’एनवायरनमेंट एण्ड सस्टेनेबिलिटी’। यह ट्रैक कार्बन फुटप्रिंट कम करने, पर्यावरण को बचाने और स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिये अभिनव युक्तियाँ मांगता है और इस प्रकार यह ‘सॉल्विंग फॉर द वर्ल्ड’ है।
युवा 09 अप्रैल, 2024 से 31 मई, 2024 को शाम 5 बजे तक www.samsung.com/in/solvefortomorrow पर सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो के लिये आवेदन कर सकते हैं।
सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो पर एक नज़र
कौन भाग ले सकता है: स्कूल ट्रैक में 14 से 17 साल तक के लोग एकल या 5 सदस्यों तक की टीमों में अपनी युक्तियाँ ‘’कम्युनिटी एण्ड इंक्लूजन’’ विषय पर दे सकते हैं। और यूथ ट्रैक में 18 से 22 साल तक के लोग एकल या 5 सदस्यों तक की टीम में अपनी युक्तियाँ ‘’एनवायरनमेंट एण्ड सस्टेनेबिलिटी’’ विषय पर दे सकते हैं
आवेदन के थीम:
- स्कूल ट्रैक में ‘‘कम्युनिटी एण्ड इंक्लूजन’’ स्वास्थ्य की सुलभता बढ़ाकर, पढ़ने की विधियों और शिक्षा तक पहुँच को बेहतर बनाकर और सभी का सामाजिक समावेश सुनिश्चित करते हुए कम सुविधा-प्राप्त वर्गों को सशक्त करने के लिये है
- यूथ ट्रैक में ‘‘एनवायरनमेंट एण्ड सस्टेनेबिलिटी’’ पर्यावरण की सुरक्षा, कार्बन फुटप्रिंट कम करने और स्थायित्व को बढ़ावा देने पर केन्द्रित होगा
उन्हें क्या मिलेगा: उद्योग के विभिन्न विशेषज्ञों से सीधा प्रशिक्षण, जैसे कि सैमसंग, एमईआईटीवाय, आईआईटी-दिल्ली और भारत में यूनाइटेड नेशंस से तकनीकी सहयोग। इसके अलावा, भाग लेने वालों को विशेष मेंटरिंग और कोचिंग मिलेगी, ताकि वे अपने आइडियाज से प्रोटोटाइप बना सकें। वह इनोवेशन वॉक में जाने का मौका भी पाएंगे, जहाँ सैमसंग के लीडर्स से उनकी बातचीत होगी और सफलता के आधार पर प्रोटोटाइप विकसित करने तथा बढ़ाने के लिये अनुदान मिलेंगे
स्कूल ट्रैक: 10 सेमी-फाइनलिस्ट्स टीमें प्रोटोटाइप के विकास के लिये 20000 रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्सी टैब्स पाएंगी। फाइनलिस्ट 5 टीमों में से हर एक को प्रोटोटाइप के विकास के लिये 1 लाख रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्सी वाचेस मिलेंगी
यूथ ट्रैक: 10 सेमी-फाइनलिस्ट्स टीमों को प्रोटोटाइप के विकास के लिये 20000 रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्सी लैपटॉप मिलेंगे। 5 फाइनलिस्ट्स टीमों में से हर एक को प्रोटोटाइप विकसित करने के लिये 1 लाख रूपये का अनुदान और सैमसंग जेड फ्लिप स्मार्टफोन्स मिलेंगे
विजेताओं को क्या मिलेगा:
स्कूल ट्रैक: विजेता टीम को सॉल्व फॉर टुमॉरो 2024 का ‘’कम्युनिटी चैम्पियन’’ घोषित किया जाएगा और उसे प्रोटोटाइप को आगे बढ़ाने के लिये 25 लाख रूपये का अनुदान मिलेगा। विजेता टीमों के स्कूल भी सैमसंग के उत्पाद पाएंगे, ताकि शिक्षा को बढ़ावा दे सकें और समस्याओं को हल करने की सोच को प्रोत्साहन मिले।
यूथ ट्रैक: विजेता टीम को सॉल्व फॉर टुमॉरो 2024 का ‘’एनवायरनमेंट चैम्पियन’’ घोषित किया जाएगा और उसे आईआईटी-दिल्ली में इंक्युबेशन के लिये 50 लाख रूपये का अनुदान मिलेगा। विजेता टीमों के कॉलेज भी सैमसंग के उत्पाद पाएंगे, ताकि शिक्षा को बढ़ावा दे सकें और सामाजिक उद्यमिता को प्रोत्साहन मिले।
कहाँ आवेदन किया जा सकता है: www.samsung.com/in/solvefortomorrow
कब से: 09 अप्रैल, 2024 से
कब तक: 31 मार्च, 2024 को भारतीय समय के अनुसार शाम 5 बजे तक
ज्यादा जानकारी पाने और भारत में इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये www.samsung.com/in/solvefortomorrow पर जाएं। आवेदन 31 मई, 2024 को शाम 5 बजे तक ही होंगे।
सॉल्व फॉर टुमॉरो को सबसे पहले यूएस में 2010 में लॉन्च किया था। यह प्रतियोगिता अभी दुनिया के 63 देशों में चल रही है और अब तक इसमें 2.3 मिलियन से ज्यादा युवा भाग ले चुके हैं।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के पास दुनिया में सीएसआर के लिये ‘टूगेदर फॉर टुमॉरो! इनैबलिंग पीपुल’ की सोच है। वह दुनियाभर में बच्चों को शिक्षा देने के लिये प्रतिबद्ध है, ताकि भविष्य के लीडर्स को सशक्त किया जा सके। सीएसआर को लेकर सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की कोशिशों पर और भी कहानियाँ हमारे सीएसआर वेबपेज http://csr.samsung.com पर पढ़ी जा सकती हैं।