टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने बिडकिन में सरकारी स्कूल की बुनियादी संरचना के विकास के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौता
बिडकिन , महाराष्ट्र, 30 जुलाई 2025 : सतत सामाजिक प्रभाव और समग्र सामुदायिक विकास के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता के अनुरूप, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज जिला परिषद के साथ एक समझौता किया और (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत कंपनी जिला परिषद केन्द्रीय प्राथमिक स्कूल (जेडपीकेपीएस), बिडकिन, छत्रपति संभाजी नगर की बुनियादी संरचना के व्यापक समर्थन के लिए काम करेगी।
समझौता पर दस्तखत और ज्ञापन लेने-देने का काम आज कलेक्टर कार्यालय में आयोजित समारोह में हुआ। इसमें छत्रपति संभाजी नगर के कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री दिलीप स्वामी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अंकित और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई गणमान्य हस्तियां मौजूद थीं। टीकेएम का प्रतिनिधित्व कंपनी के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप दलवी और कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी कर रहे थे।
बिडकिन स्कूल से संबंधित यह पहल इस क्षेत्र में टीकेएम की बढ़ती भागीदारी के अनुरूप है। यह महाराष्ट्र में एक नई ग्रीनफील्ड विनिर्माण सुविधा की स्थापना के लिए हाल ही में घोषित निवेश के क्रम में है। इसका उद्देश्य औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और रोजगार सृजन करना है।
टोयोटा के सीएसआर दर्शन में शिक्षा प्रमुख है शिक्षा टीकेएम की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) रणनीति का एक केंद्रीय तत्व है। यह इस सिद्धांत पर आधारित है कि सतत और समावेशी सामाजिक प्रगति के लिए शिक्षा के माध्यम से व्यक्तियों को सशक्त बनाना आवश्यक है। आबादी और आर्थिक तौर पर भारत जैसी विविधता वाले देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
तक समान पहुँच सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक क्षेत्रों में उन्नति का एक महत्वपूर्ण प्रेरक है। इसे स्वीकार करते हुए, टीकेएम ने अपनी शैक्षिक पहल को स्किल इंडिया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों से जोड़ा है।
प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल, आधारभूत साक्षरता, स्कूल के बुनियादी ढाँचे और आवश्यक शिक्षण संसाधनों तक पहुँच पर ध्यान केंद्रित करते हुए, टीकेएम प्रणालीगत चुनौतियों का समाधान करने और भविष्य के लिए सुसज्जित शिक्षण वातावरण बनाने का प्रयास करता है। यह दृष्टिकोण टोयोटा के चाइल्ड टू कम्युनिटी मॉडल को दर्शाता है। इसका मानना है कि बच्चों की शिक्षा में निवेश व्यापक सामाजिक परिवर्तन को गति दे सकता है।
इससे न केवल छात्रों को बल्कि उनके परिवार और समुदायों को भी लाभ होगा। इससे दूरगामी, समावेशी प्रगति संभव होगी। यह दर्शन टोयोटा की ‘समुदाय विकास’ की अवधारणा में समाहित है , जो समग्र सामुदायिक विकास पर ज़ोर देता है।
