एनएसडीसी ने जॉब मार्केट को योग्यता-आधारित से कौशल-आधारित नियुक्ति में बदलने के लिए एचसीएलटेक के साथ साझेदारी की

एनएसडीसी ने जॉब मार्केट को योग्यता-आधारित से कौशल-आधारित नियुक्ति में बदलने के लिए एचसीएलटेक के साथ साझेदारी की

नई दिल्ली,02नवंबर 2023:डिजिटल टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने विशेष रूप से तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में कौशल अंतर को कम करने के लिए एचसीएलटेक के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग के तहत, दोनों संगठन विविध पृष्ठभूमि के शिक्षार्थियों के बीच टेक्नोलॉजी को अपनाने को बढ़ावा देने और नए वैश्विक बाजारों और व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने के लिए मिलकर काम करेंगे।

एनएसडीसी के सीईओ वेद मणि तिवारी और एचसीएलटेक के सीईओ और प्रबंध निदेशकसी विजयकुमार द्वारा समझौते का आदान-प्रदान किया गया। यह साझेदारी हाल ही में जी20 के डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप (डीईडब्लयूजी) की बैठक के तुरंत बाद आई है, जिसने तीन चर्चा क्षेत्रों डिजिटल स्किलिंग, डिजिटल इकोनॉमी और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में डिलिवरेबल्स पर आम सहमति हासिल की।

यह रणनीतिक साझेदारी एनएसडीसी और एचसीएलटेक को तकनीकी और गैर-तकनीकी-आधारित पाठ्यक्रमों (बी2बी और बी2सी) में डिजिटल असेसमेंट शुरू करके संयुक्त रूप से असेसमेंट लैंडस्केप और डिजिटल शिक्षण को बदलने में सक्षम बनाएगी। फ्लेक्सिबिलिटी और स्केल के साथ प्रतिभा को बढ़ाने के लिए नए उत्पादों और कार्यक्रमों के निर्माण पर सहयोग करने की भी गुंजाइश है। इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रत्येक भारतीय की गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण तक पहुंच हो, इंडस्ट्री-रेलेवेंट संसाधनों और टूल्स को संयुक्त रूप से विकसित और पेश करके सीखने के प्रभाव को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।इस साझेदारी के तहत डिजिटल लर्निंग में मानक स्थापित करने के लिए असेसमेन्ट में नए आयाम जोड़ने का लक्ष्य है। यह लक्ष्य इंगित करता है कि दोनों आर्गनाइज़ेशन में लर्निंग में नियमित चेकिंग और टेक्नोलॉजी तक पहुँच बढ़ाई जा सकती है।

इस पहल की सराहना करते हुए, एनएसडीसी के सीईओ वेद मणि तिवारी ने कहा, “एनएसडीसी और एचसीएलटेक जॉब मार्केट में विश्वास बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ इस साझेदारी में प्रवेश कर रहे हैं। दोनों संगठन संयुक्त रूप से एक असेसमेंट प्लेटफॉर्म मंच विकसित करेंगे जहां छात्र और कामकाजी पेशेवर मांग के अनुसार कौशल का मूल्यांकन और प्रमाणन करा सकेंगे। यह योग्यता-आधारित नियुक्ति से कौशल-आधारित नियुक्ति की ओर बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों पक्ष डायनमिक जॉब मार्केट में अवसरों की तैयारी के लिए रीस्किलिंग, अपस्किलिंग ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की पेशकश करने के लिए भी सहयोग करेंगे।”

यह अनुमान लगाया गया है कि 2027 तक असेसमेंट मार्केट 10 बिलियन डॉलर से अधिक तक बढ़ने की उम्मीद है। 2021 में उत्तरी अमेरिका की राजस्व हिस्सेदारी सबसे बड़ी (~40%) थी। यूरोप अंतरराष्ट्रीय रोजगार क्षमता और रोजगार की दर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए असेसमेंट सर्विस मार्केट में बढ़ती हिस्सेदारी में योगदान दे रहा है। फोरकास्ट पीरियड के दौरान एपीएसी बाजार में सबसे तेज राजस्व वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है।

समझौते के भाग के रूप में, एनएसडीसी और एचसीएलटेक संयुक्त रूप से असेसमेंट प्लेटफॉर्म, असेसमेंट और हायरिंग टेस्ट (तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों), स्मार्ट लैब (कोडिंग और डेटा साइंस), शिक्षण कार्यक्रम, फैकल्टी डेवलपमेंट और सर्टिफिकेशन प्रोग्राम और सरकार और संस्थानों के लिए एडवाइजरी सर्विस में एक-दूसरे की तकनीकी और डोमेन विशेषज्ञता का लाभ उठाएंगे।

इसके अतिरिक्त, दोनों पक्ष असेसमेंट को डिजिटल बनाने और डिजिटलीकरण के लिए संयुक्त आईपी बनाने में भी सहयोग करेंगे, जो कौशल के व्यापक लैंडस्केप के साथ-साथ एजुकेशनल इकोसिस्टम को कवर करेगा और सलाहकार सेवाओं और पोजिशनिंग तकनीकी समाधानों में संलग्न होगा।

इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए, एडटेक बिजनेस, एचसीएलटेक की कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड श्रीमती शिवशंकर ने कहा, “भारत और बाकी दुनिया के लिए भविष्य के लिए तैयार टैलेंट इकोसिस्टम बनाने हेतु डिजिटल टेक्नोलॉजी का लाभ उठाने के लिए एनएसडीसी के साथ जुड़कर हमें खुशी हो रही है। मुझे विश्वास है कि एचसीएलटेक के प्रमाणित करियर शेपर लर्निंग, असेसमेंट प्लेटफॉर्म और टैलेंट और राष्ट्र निर्माण में एनएसडीसी का अनुभव इस बात में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है कि कौशल के लिए टेक्नोलॉजी का स्मार्ट तरीके से उपयोग कैसे किया जा सकता है।”

अपने एडटेक बिजनेस के अन्तर्गत, एचसीएलटेक अपने करियर शेपर लर्निंग और असेसमेंट प्लेटफार्मों के माध्यम से टेक्नोलॉजी और टैलेंट स्किल एकेडमिक की स्थापना में सरकारों, उद्यमों और शैक्षणिक संस्थानों की सहायता के लिए अपने विशाल अनुभव का लाभ उठाता है।

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के तत्वावधान में संचालित एनएसडीसी, कौशल विकास में टेक्नोलॉजी को एकीकृत करके भारत के युवाओं के लिए डिजिटल स्किल को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहा है। ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म और डिजिटल रिसोर्स पेश किए गए हैं, जिससे ट्रेनिंग मटेरियल अधिक सुलभ और उद्योग के बदलते रुझानों के अनुकूल बन गया है।

एनएसडीसी की डिजिटल लर्निंग पहल भारतीय और वैश्विक भागीदारों के साथ सहयोग करती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में 1.4 लाख मिनट से अधिक बहुभाषी डिजिटल कन्टेंट तक पहुंच प्रदान करती है। यह व्यापक रिसोर्स पूल शिक्षार्थियों को आज की तेजी से बदलती दुनिया के लिए आवश्यक डिजिटल कौशल से लैस करता है। इसके अलावा, इंडस्ट्री लीडर्स के साथ एनएसडीसी की साझेदारी के परिणामस्वरूप इंडस्ट्री-स्पेशफिक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ प्रशिक्षण को संरेखित करना और उम्मीदवारों के लिए रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाते हुए प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करना संभव हुआ है। ये सहयोग डिजिटल युग में शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को कम करते हैं, जिससे भारत की डिजिटल स्किल क्रांति को बढ़ावा मिलता है।

हाल ही में लॉन्च किया गया स्किल इंडिया डिजिटल (एसआईडी) एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो भारत को एक संपन्न डिजिटल इकोनॉमी में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) पर वैश्विक सहमति से मेल खाती है। यह प्लेटफॉर्म भारत को ग्लोबल स्किल हब बनाने के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप युवा पीढ़ी को अंतरराष्ट्रीय नौकरी के अवसरों के लिए भी तैयार करेगा।

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