पहली बार, स्किल इकोसिस्टम के उद्यमियों को गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया, जो माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व का एक प्रमाण है- श्री धर्मेंद्र प्रधान

पहली बार, स्किल इकोसिस्टम के उद्यमियों को गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया, जो माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व का एक प्रमाण है- श्री धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली, 26 जनवरी, 2024 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप, भारत को नौकरी सृजनकर्ताओं का देश बनाने के लिए, भारत सरकार के माननीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने 100 से अधिक उद्यमियों के साथ बातचीत की, जिन्हें राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड), भारतीय उद्यमिता संस्थान (आईआईई) और स्किल इंडिया की प्रमुख योजना- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) जैसे विभिन्न कौशल विकास संस्थानों के तहत प्रशिक्षित किया गया है। श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “यह पहली बार है कि स्किल इकोसिस्टम के उद्यमियों को गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि होने का सम्मान दिया गया है, जो माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण है।”

नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी) के अध्यक्ष श्री निर्मलजीत सिंह कलसी, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) के महानिदेशक श्रीमती त्रिशालजीत सेठी ने भी अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।

कार्यक्रम के दौरान, उद्यमियों ने यह जानकारी साझा की कि कैसे स्किल इंडिया मिशन के तहत कौशल प्रशिक्षण उनकी क्षमताओं, समस्या का समाधान करने की क्षमताओं को बढ़ाने और अपने उत्पादों के मार्केटिंग के लिए यूनिक डिफरेन्शीएटर स्थापित करने में सहायक रहा है। उन सभी ने उन्हें ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग और बहुमूल्य उद्योग अनुभव प्रदान करने, उन्हें अपने जीवन को बदलने और अपनी आकांक्षाओं को वास्तविकताओं में बदलने के लिए सशक्त बनाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया।

भारत सरकार के माननीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा,आज, मुझे हमारे स्किल इकोसिस्टम के लाभार्थियों के साथ व्यावहारिक बातचीत में शामिल होने का सौभाग्य मिला। उद्यमिता से आत्मनिर्भरता तक की उनकी यात्रा को देखना वास्तव में प्रेरणादायक है। ये छोटे और सूक्ष्म उद्यमी देश की विकास यात्रा में एक नया योगदान देने के लिए तैयार हैं। मोदी सरकार के तहत, गरीबों और वंचितों को समर्पित सरकार, #मोदीगारंटी भोजन और आवास जैसी आवश्यक चीजों से लेकर व्यापक कौशल विकास और सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा तक फैली हुई है। समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना इस प्रशासन की आधारशिला है, आम नागरिक मोदी जी की अटूट प्राथमिकता है।
कुछ उद्यमियों को अपने अनुभव साझा करने, चुनौतियों के बारे में बात करने और स्किल इंडिया मिशन के तहत उचित कौशल प्रशिक्षण के साथ अपने प्रयोगों को अवसरों में बदलने में सक्षम होने के बारे में विस्तार से बताने के लिए भी मंच पर आमंत्रित किया गया था। अपर गोम, दक्षिण सिक्किम की दूरदर्शी महिला उद्यमी शीतल तमांग जैसी चैंपियन अपने उद्यम- सिक्किम हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट्स के माध्यम से देश के विकास पथ को नया आकार दे रही हैं। अपने नेतृत्व में 20 कर्मचारियों के साथ, लोगों का जीवन बदलने वाली तमांग की प्रतिबद्धता उसकी उद्यमशीलता की भावना का सच्चा प्रमाण है।
इसी तरह, इंद्रजीत साधुखान जैसे उद्यमियों द्वारा उठाए गए साहसिक कदमों की सराहना की गई, जिन्होंने 2020 में रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग में कोर्स करके एक बिजनेस स्थापित किया, जो महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम कर रहा है। कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बीच, श्री संजीत ने कौशल विकास के माध्यम से सफलता प्राप्त करते हुए, 2021 में श्री इलेक्ट्रिकल की स्थापना करके असाधारण प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। एक प्रेरणादायक कहानी ओडिशा की महिला उद्यमी ज्योतिर्मयी साहू की भी है। आत्म-सशक्तिकरण के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण रखने वाली स्नातक ज्योतिर्मयी ने मशरूम ग्रोवर एंटरप्रेन्योरशिप में एक परिवर्तनकारी कोर्स का चयन किया और मशरूम की खेती में एक उल्लेखनीय यात्रा शुरू की। ज्योतिर्मयी का स्टार्टअप छह महीने के भीतर खूब आगे बढ़ा और उन्होंने उल्लेखनीय सफलता हासिल की।
नए युग, उद्योग 4.0 और उन्नत प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ-साथ उद्यमशीलता इकोसिस्टम को अपने दृष्टिकोण में अधिक परिणाम-संचालित, सुलभ और समग्र बनाने के विज़न से प्रेरित, उद्यमियों, छात्रों और अन्य लाभार्थियों को प्रासंगिक ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए कई योजनाएं शुरू की जा रही हैं जो उद्योगों की तेजी से विकसित हो रही जरूरतों के अनुरूप हैं। इसे प्राप्त करने के लिए, शिक्षा और उद्योगों के अंतर को पाटने और भारत में बदलाव के लिए नेतृत्व, रचनात्मक सोच, टीम वर्क और बिजनेस ग्रोथ जैसे उद्यमशीलता कौशल की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए पीएम विश्वकर्मा और एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म स्किल इंडिया डिजिटल (एसआईडी) जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं ताकि अगले कुछ वर्षों में भारत को तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट अप इकोसिस्टम से नम्बर एक बनाया जा सके।
 मंत्री ने वोकेशनल ट्रेनिंग लेने के लिए उद्यमियों की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। भारत में कौशल विकास और उद्यमशीलता इकोसिस्टम में एक नई सुबह की शुरूआत हुई है। ओडिशा, केरल, सिक्किम, मणिपुर, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और अन्य राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए उद्यमी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। वे सभी ब्यूटी एंड वेलनेस, हैंडमेड, ब्यूटी थैरेपिस्ट, टेलर, सुइंग मशीन ऑपरेटर एंड कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे कई उद्योगों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
यह स्वीकार करते हुए कि भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करना स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है, एमएसडीई की पहल समाज की भलाई के लिए विकास, रोजगार सृजन, उत्पादकता और दक्षता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए तैयार है।

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